कोनेरू हंपी विश्व रेपिड शतरंज चैंपियन बनी
भारत की कोनेरू हम्पी ने फिडे विश्व रैपिड शतरंज चैंपियनशिप का खिताब जीता...
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कोनेरू हंपी (Konery Humpy) विश्व रेपिड शतरंज चैंपियन बनी
न्यूयॉर्क, 29 दिसंबर 2024
भारत की ग्रैंडमास्टर कोनेरू हम्पी (Koneru Humpy) ने इंडोनेशिया की इरीन सुकंदर को हराकर महिला फिडे विश्व रैपिड शतरंज चैंपियनशिप (World Rapid Chess Cahmpionship) का खिताब जीता। इससे पहले हम्पी ने 2019 में यह टूर्नामेंट जीता था। हम्पी चीन के जू वेनजुन के बाद एक से अधिक बार खिताब जीतने वाले दूसरे शतरंज खिलाड़ी हैं।
8.5 अंकों के साथ खिताब
हंपी (Koneru Humpy) ने अंतिम राउंड में काले मोहरों से खेलते हुए सुकंदर को हराकर 8.5 अंकों के साथ खिताब जीता। उन्होने द्रोणावली हरिका को भी पीछे छोडा। हरिका (8 अंक) को पांचवें स्थान पर संतोष करना पड़ा। अन्य भारतीयों में दिव्या देशमुख (7 अंक) 21 वें, पद्मिनी राउत (6.5) 26 वें, आर. वैशाली (5.5) 52 वें स्थान पर रहीं, जबकि वंतिका अग्रवाल (5) 67 वें स्थान पर रहीं।
इस जीत का निश्चित ही आनंद है। यह मेरे लिए एक चुनौतीपूर्ण दिन था। पारी के अंत में, आर्बिटर ने मुझे बताया और यह मेरे लिए बहुत तनावपूर्ण क्षण था।’ यह खिताब मेरे लिए अप्रत्याशित था। क्योंकि, इस साल मुझे काफी स्ट्रगल करना पड़ा। कुछ प्रतियोगिताओं में मैं अंतिम स्थान पर रही। इसलिए यह खिताब चकित करने वाला है। – कोनेरू हम्पी (Konery Humpy)
‘सफलता का श्रेय परिवार को’
सैंतीस वर्षीय हम्पी (Koneru Humpy) ने कहा, ‘इस जीत का पूरा श्रेय मेरे परिवार को जाता है। उनके सहयोग से ही मैं यह सफलता हासिल कर सकी। इसमें पति और माता-पिता का बड़ा हिस्सा है। जब मैं प्रतियोगिता के दौरान यात्रा करती हूं तो मेरे माता-पिता मेरी बेटी को संभालती हैं। 37 साल की उम्र में वर्ल्ड चैंपियन बनना आसान नहीं है । जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, जीतने की प्रेरणा बनाए रखना और आवश्यकतानुसार तेज बने रहना बहुत मुश्किल हो जाता है। मुझे खुशी है कि मैं यह हासिल कर सकी।
ऐसी रही हंपी की टूर्नामेंट यात्रा
- यह प्रतियोगिता स्विस लीग में आयोजित की जाती है। महिलाओं के लिए कुल 11 राउंड होते हैं।
- हंपी को पहले राउंड में हार का सामना करना पडा था।
- इसके बाद चौथे राउंड के अंत में वह सिर्फ 2.5 अंक पर थीं।
- चौथे दिन उसने चार गेम जीते।
- 10 वें गेम के बाद सात खिलाड़ियों ने मिलकर कुल 7.5 अंक हासिल किए।
- खिताब के बाद उन्हें 60 हजार डॉलर का इनाम मिला।
ओपन ग्रुप में रूस के मुर्ज़िन विजेता रहे
ओपन वर्ग में 18 वर्षीय रूसी ग्रैंडमास्टर वोलोदर मुर्ज़िन 10 अंकों के साथ विजेता रहे। ओपन ग्रुप में 13 राउंड हुए। भारत के अर्जुन एरिगेसी (9), आर. प्रज्ञानंद (8.5), अरविंद चिदम्बरम (8), वी. प्रणव (7.5) खिताब से दूर रहे।
- हम्पी की सफलता ने भारतीय शतरंज के लिए जबरदस्त सफलता के वर्षों को चिह्नित किया।
- हाल ही में डी. गुकेश ने चीन के डिंग लिरेन को हराकर विश्व खिताब जीता।
- सितंबर में बुडापेस्ट में आयोजित शतरंज ओलंपियाड में भारत ने ओपन और महिला वर्ग में स्वर्ण पदक जीते।
- हम्पी ने कहा, भारतीय शतरंज खिलाड़ियों को मिली यह सफलता कई युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करेगी।
रॅपिड बुद्धिबळ स्पर्धेत विश्वविजेतेपद मिळविणारी कोनेरू हम्पी हिच्याविषयी माहीत आहे काय?