फिडे ने मैग्नस कार्लसन को विश्व रैपिड और ब्लिट्ज शतरंज से बाहर कर दिया
मैग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen) पर फिडे के ड्रेस कोड का उल्लंघन...
मैग्नस कार्लसन का जींस पहनने पर डिस्क्वालिफिकेशन
न्यूयॉर्क, 28 दिसंबर 2025
पांच बार के वर्ल्ड चैम्पियन मैग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen) पर फिडे के ड्रेस कोड का उल्लंघन करके जींस पहनकर आने के बाद पहले जुर्माना लगाया गया और बाद में उन्हें विश्व रैपिड और ब्लिट्ज शतरंज से बाहर कर दिया गया ।
गत चैम्पियन कार्लसन पर जींस पहनने के कारण 200 डॉलर का जुर्माना लगाया गया । टूर्नामेंट के नियमों के अनुसार जींस पहनना मना है । उन्होंने तुरंत कपड़े बदलकर आने का अनुरोध मानने से इनकार कर दिया तो उन्हें अयोग्य करार दिया गया ।
टूर्नामेंट में रैपिड चैम्पियनशिप के नौवें दौर में उन्हें किसी के खिलाफ उतारा नहीं गया । फिडे ने एक बयान में कहा कि ड्रेस कोड के नियम खिलाड़ियों को भली भांति बता दिये गए थे ।
महानतम शतरंज खिलाड़ियों में शुमार कार्लसन ने अगले दिन ड्रेस कोड का पालन करने पर रजामंदी जताई लेकिन कहा कि वह तुरंत नहीं बदलेंगे । पिछले दो बार के चैम्पियन कार्लसन (Magnus Carlesen) ने इस घटनाक्रम पर कहा, ‘‘मैं ऐसी किसी जगह पर रहना चाहूंगा जहां मौसम अच्छा हो ।’’
फिडे ने एक्स पर साझा किये गए बयान में कहा ,‘‘ ड्रेस कोड के नियम फिडे खिलाड़ियों के आयोग के सदस्यों ने बनाये हैं जिसमें पेशेवर खिलाड़ी और विशेषज्ञ हैं । ये नियम बरसों से हैं और सभी प्रतिभागियों को इसके बारे में भली भांति पता है । हर टूर्नामेंट से पहले उन्हें इसकी जानकारी दी जाती है ।’’
इसमें कहा गया ,‘‘ फिडे यह सुनिश्चित करता है कि खिलाड़ियों के रहने का स्थान आयोजन स्थल के बहुत पांस हो ताकि उन्हें नियमों का पालन करने में सुविधा हो ।’’
इसमें कहा गया ,‘‘ आज मैग्नस कार्लसन ने जींस पहनकर ड्रेस कोड के नियम का उल्लंघन किया । इतने लंबे समय से चले आ रहे नियमों में यह साफ है कि जींस पहनना निषिद्ध है । मुख्य पंचाट ने कार्लसन को इसके बारे में बताया और 200 डॉलर का जुर्माना लगाया । उनसे कपड़े बदलने का अनुरोध किया गया जो उन्होंने नहीं माना । इस वजह से उन्हें अयोग्य करार देना पड़ा ।’’
इससे पहले रूस के ग्रैंडमास्टर इयान नेपोम्नियाश्चि ने भी इस नियम का उल्लंघन किया था लेकिन वह कपड़े बदलकर लौट आये जिससे उन्हें बाहर नहीं किया गया ।
कार्लसन ने फिडे के ड्रेस कोड को हास्यास्पद करार दिया है, ओर उन्होंने फिडे से तंग आने की बात भी कही है। कार्लसन ने फिडे के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने न केवल ड्रेस कोड को बल्कि पूरी संस्था को ही निशाने पर लिया है।
मैं ब्लिट्ज वर्ग में भाग नहीं लुंगा क्योंकि फिडे की ड्रेस कोड नीति से मैं तंग आ चुका हुं । मैं अब और नहीं सह सकता । मैं सभी से माफी मांगना चाहता हूं । यह बेहद हास्यास्पद नियम है । मैं कल कपड़े बदल सकता था लेकिन वे सुनने को ही तैयार नहीं है । – मैग्नस कार्लसन
कार्लसन के इस बयान से शतरंज जगत में हलचल मच गई है। लोग इस बारे में अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
खेल के तेज रफ्तार प्रारूप के विकास जोर दे रहे कार्लसन से जुड़े इस मामले को विश्व शतरंज को उनकी ओर से एक संकेत के रूप में देखा जा रहा है ।
उन्होंने हाल ही में फ्रीस्टाइल शतरंज के विकास के लिये 12 मिलियन डॉलर जुटाये हैं । फ्रीस्टाइल शतरंज खेल का वह प्रारूप है जिसमें शतरंज के मोहरों में किसी भी क्रम में फेरबदल किया जा सकता है । इसका प्रचार महान खिलाड़ी बॉबी फिशर ने किया था ।
मैग्नस कार्लसन ने फ्रीस्टाइल शतरंज के क्षेत्र में एक नई क्रांति ला दी है। उनके द्वारा 12 मिलियन डॉलर जुटाये है, जिसस के कारण इस खेल को एक नई ऊंचाई मिलने की उम्मीद है।
फ्रीस्टाइल शतरंज क्या है?
फ्रीस्टाइल शतरंज एक अनोखा रूप है जो पारंपरिक शतरंज से थोडा अलग है। इसमे मोहरों को किसी भी क्रम में बदल दिया जाता है।
जैसे पारंपरिक शतरंज में राजा और रानी का मोहरा बीच में होता है वही फ्रीस्टाइल शतरंज में उन मोहरों को हाथी की जगह या उंट की जगह पर भी रखा जाता है। इससे शतरंज रोमांचक होता है।
बॉबी फिशर शतरंज के महान खिलाड़ियों में से एक थे। उन्होंने फ्रीस्टाइल शतरंज को लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।